श्रेयस तलपडे की मौत पर किए गए दावे गलत दुखी हुए एक्टर

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राधे राधे :

श्रेयस तलपड़े की मौत पर किए गए दावे गलत दुःखी हुए एक्टर

श्रेयस तलपडे की मौत पर जो भ्रामक खबरों का प्रचार प्रसार किया जा रहा था बह अब थम जायेगा क्योंकि खुद सबके सामने ये दावा किया है कि मैं अभी जिंदा हूं क्यों मेरी मौत की खबर को बड़ा चढ़ा कर पेश किया जा रहा है इससे मेरी पत्नी को भी परेशानी आ रही है मेरी बच्ची स्कूल में जाती है तो उसको वहां परेशानी का सामना करना पड़ रहा है मै और मेरा परिवार इस झूठी खबर से दुःखी है

श्रेयस तलपडे भारतीय सिनेमा के एक बहुमुखी और प्रतिभाशाली अभिनेता हैं, जिन्होंने हिंदी और मराठी फिल्मों में अपनी एक्टिंग से खास पहचान बनाई है।

श्रेयस तलपडे की मौत पर किए गए दावे गलत दुखी हुए एक्टर
श्रेयस तलपड़े

उनका जन्म 27 जनवरी 1976 को मुंबई में हुआ था। श्रेयस का फिल्मी करियर जितना शानदार रहा है, उतनी ही दिलचस्प उनकी निजी और शुरुआती जिंदगी भी रही है।

वे फिल्म इंडस्ट्री के उन चुनिंदा कलाकारों में से एक हैं, जिन्होंने बिना किसी बड़े फिल्मी बैकग्राउंड के अपने बलबूते पर इंडस्ट्री में जगह बनाई है।http://India news.com

 

शुरुआती जीवन और करियर की शुरुआत

 

श्रेयस तलपडे ने अपने करियर की शुरुआत मराठी थिएटर और टेलीविजन से की। उन्होंने कई मराठी सीरियल्स और नाटकों में अभिनय किया, जिससे उन्हें स्थानीय स्तर पर पहचान मिली।http://Abpnews.com

1990 के दशक में उन्होंने मराठी टेलीविजन शोज़ में काम करना शुरू किया और वहां से उन्हें हिंदी टेलीविजन में भी मौके मिले। उनकी सरलता और स्वाभाविक अभिनय शैली ने उन्हें दर्शकों के बीच लोकप्रिय बना दिया।

श्रेयस ने हिंदी सिनेमा में अपनी शुरुआत 2005 में नागेश कुकुनूर की फिल्म ‘इकबाल’ से की। यह फिल्म एक गूंगे-बहरे लड़के की कहानी है, जो भारतीय क्रिकेट टीम में शामिल होने का सपना देखता है।

इस फिल्म में श्रेयस ने मुख्य भूमिका निभाई और अपनी संवेदनशील और दमदार एक्टिंग के लिए खूब सराहना बटोरी। फिल्म ने बॉक्स ऑफिस पर अच्छा प्रदर्शन किया और श्रेयस को इंडस्ट्री में एक होनहार अभिनेता के रूप में स्थापित किया।

 

श्रेयस तलपडे की प्रमुख फिल्में और करियर

 

इकबाल’के बाद, श्रेयस ने कई हिट फिल्मों में काम किया। 2006 में रिलीज़ हुई फिल्म डोर’ में भी उनकी भूमिका को काफी पसंद किया गया।
इसके बाद श्रेयस ने कई कॉमेडी फिल्मों में काम किया, जैसे कि गोलमाल रिटर्न्स’ (2008), ‘गोलमाल 3’ (2010), और ‘हाउसफुल 2’ (2012)। उनकी कॉमेडी टाइमिंग और अदाकारी ने उन्हें इस शैली में एक स्थायी स्थान दिलाया।

इसके अलावा, श्रेयस ने ओम शांति ओम’ (2007) जैसी बड़े बजट की फिल्मों में भी काम किया, जिसमें उन्होंने शाहरुख खान के दोस्त की भूमिका निभाई।

उनकी कॉमेडी और सपोर्टिंग रोल्स ने दर्शकों के दिल में खास जगह बनाई। उन्होंने खुद को केवल एक कॉमेडियन के रूप में सीमित नहीं रखा, बल्कि समय-समय पर गंभीर और संवेदनशील भूमिकाओं में भी नज़र आए।

 

श्रेयस तलपड़े निर्माता और निर्देशक के रूप में करियर

 

श्रेयस तलपडे सिर्फ एक अभिनेता नहीं हैं, बल्कि उन्होंने निर्माता और निर्देशक के रूप में भी अपने हुनर का परिचय दिया है। 2017 में, उन्होंने फिल्म ‘पोस्टर बॉयज़’ का निर्देशन किया, जिसमें उन्होंने खुद अभिनय भी किया। यह फिल्म मराठी फिल्म ‘पोश्टर बॉयज़’ का हिंदी रीमेक थी। फिल्म को दर्शकों और क्रिटिक्स दोनों से मिली-जुली प्रतिक्रिया मिली।

श्रेयस ने मराठी सिनेमा में भी कई प्रोडक्शन और निर्देशन प्रोजेक्ट्स में काम किया है।

उनकी अपनी प्रोडक्शन कंपनी है, जिसके तहत वे मराठी और हिंदी दोनों भाषाओं में फिल्में और शोज़ बनाते हैं।

 

 डिजिटल प्लेटफॉर्म और वेब सीरीज

 

वर्तमान में, डिजिटल प्लेटफॉर्म के बढ़ते प्रभाव के साथ, श्रेयस ने भी वेब सीरीज और ओटीटी प्रोजेक्ट्स में अपना कदम रखा है।

उन्होंने कुछ वेब सीरीज में भी काम किया है, जो ओटीटी पर काफी पसंद की गईं। वेब सीरीज में काम करने के कारण उनकी फैन फॉलोइंग और भी बढ़ गई है, खासकर युवा दर्शकों के बीच।

 

श्रेयस तलपडे का सामाजिक कार्य और निजी जीवन

 

श्रेयस तलपडे न केवल एक सफल अभिनेता हैं, बल्कि सामाजिक कार्यों में भी बढ़-चढ़कर हिस्सा लेते हैं। वे कई चैरिटी और एनजीओ से जुड़े हुए हैं, जो बच्चों की शिक्षा और स्वास्थ्य के क्षेत्र में काम करते हैं।

उनका मानना है कि समाज को वापस कुछ देना हमारी जिम्मेदारी है, और वे अपने काम के जरिए यह जिम्मेदारी निभाने की कोशिश करते हैं।

निजी जीवन की बात करें, तो श्रेयस तलपडे ने 2004 में दीप्ति तलपडे से शादी की, जो एक डॉक्टर हैं। उनकी एक बेटी भी है। श्रेयस अपने परिवार के साथ एक खुशहाल जीवन जीते हैं और अपने व्यस्त शेड्यूल के बावजूद परिवार के लिए समय निकालना नहीं भूलते।

 

 निष्कर्ष

 

श्रेयस तलपडे की यात्रा उन लोगों के लिए प्रेरणा है, जो बिना किसी गॉडफादर के फिल्म इंडस्ट्री में नाम कमाना चाहते हैं। उनकी मेहनत, लगन और अभिनय कौशल ने उन्हें हिंदी और मराठी सिनेमा दोनों में एक मजबूत पहचान दिलाई है। चाहे कॉमेडी हो, ड्रामा हो, या फिर गंभीर भूमिकाएं—श्रेयस हर तरह के किरदार में खुद को ढाल लेते हैं।

अपने आने वाले प्रोजेक्ट्स के साथ वे दर्शकों का मनोरंजन करते रहेंगे, और उनकी फैन फॉलोइंग में लगातार इज़ाफ़ा होता रहेगा।

आपका दिन मंगलमय हो

जय श्री कृष्णा